Monday, 19 September 2011

आपकी दोस्ती


खामोशी में हमे हर अदा प्यारी लगी,
आपकी दोस्ती हमे सबसे न्यारी लगी,
खुदा से दुआ है न टूटे ये दोस्ती,
क्योंकि ज़हां में यही चीज़ है जो हमे हमारी लगी........

... दोस्ती के वादे को यूँही निभाते रहेंगे
हम हर वक़्त आप को सताते रहेंगे
मर भी जाएं तो कोई गम न करना
हम आंशु बनकर आपकी आँखों में आते रहेंगे

रब से आपकी ख़ुशी मांगते हैं
दुआओं में आपकी हंसी मांगते हैं
सोचते हैं क्या मांगे आपसे?
चलो आपकी उम्र भर की दोस्ती मांगत