Sunday, 15 April 2012

कंप्‍यूटर प्रयोग और स्‍वास्‍थ्‍य

आज की बदलती जीवनशैली में कंप्यूटर या लैपटाप का प्रयोग हमारी आवश्‍यकता है, इस बात को नकारा नहीं जा सकता। कंप्यूटर आज हम सब की ज़रूरत बन गया है। हम कंप्यूटर पर बहुत सी बातों के लिए निर्भर होते जा रहे हैं। हर हाल में कंप्यूटर का इस्तेमाल करना हमारी ज़रूरत बन गया है और इसके निगेटिव प्रभावों को तो हम सभी जानते हैं।
आंखों में तनाव के अलावा इनसे सरदर्द, कमरदर्द, कंधों का दर्द और गर्दन में दर्द होना बहुत ही आम बात है। ऐसी स्थितियों में हम क्या कर के अपने आपको इसके निगेटिव प्रभावों से बचा सकते हैं। कम्यूटर का इस्तेमाल करते हुए कुछ सावधानियां बरतकर और कुछ तरीके अपनाकर हम अपने आपको कम्प्यूटर के निगेटिव प्रभावों से बचा सकते हैं। कुछ टिप्स जिन्हें इस्तेमाल करने में बस कुछ मिनट लगते हैं।
  •  कम से कम 8 ग्लास पानी पीयें। पानी का सब्सटिट्यूट काफी ,चाय या साफ्ट ड्रिंक्स नहीं हो सकते।
  • लगातार मानीटर के सामने ना बैठें बल्कि हर 30 से 40 मिनट पर ब्रेक लेते रहें। ऐसा करने से ना केवल आपकी आंखों को आराम मिलेगा बल्कि आपके पैरों में भी सर्कुलेशन ठीक रहता है।
  •  खिड़की के बाहर की प्राकृतिक हरी या नीली वस्तुओं को देखने की कोशिश करें। हरी या नीली वस्तुएं आंखों को आराम देती हैं। पलकों को जितना हो सके झपकाने की कोशिश करें।
  • अपने हाथों की मदद से अपनी आंखों को समय समय पर ढकने की कोशिश करें। आंखों पा ठंडे पानी के छींटे मारें ऐसा करनेे से भी आपकी आंखों को आराम मिलेगा।
  • अगर आप चश्मे का इस्तेमाल करते हैं तो दिन में एक बार चश्मे को धो लें। जिससे कि आपके चश्में में छिपे धूल के कण निकल जायें।
  • कंधों को आराम देने की कोशिश करें। काम के बीच बीच में अपने कुधों को 10 सेकण्ड के लिए घुमाएं। अपने सर को भी 5 सेकण्ड के लिए आगे पीछे और दायें बायें घुमाएं। हाथों के साथ भी ऐसा ही करें ा इससे आपके शरीर में रक्त का संचार ठीक रहेगा।
  • स्वीमिंग करने ,दौड़ने जैसे व्यायाम में हिस्सा लेने की कोशिश करें और हर रोज़ व्यायाम को अपनी आदत में शामिल कर लें।
  • कंप्यूटर पर काम करने वालों को लगातार बैठकर बहुत समय बिताना पड़ता है इसलिए उन्हें पाचन क्रीया से सम्बन्धित बीमारियां भी होने का खतरा रहता है इसलिए ऐसे लोगों को हल्का खाना खाना चाहिए।
  • सुबह उठकर खिड़की के सामने खड़े होकर 5 से 10 बार लम्बी सांसे ले और आप कुछ योगासन भी कर सकते हैं।
आज की बदलती जीवनशैली में कंप्यूटर या लैपटाप का प्रयोग हमारी आवश्‍यकता है, इस बात को नकारा नहीं जा सकता। कंप्यूटर आज हम सब की ज़रूरत बन गया है। हम कंप्यूटर पर बहुत सी बातों के लिए निर्भर होते जा रहे हैं। हर हाल में कंप्यूटर का इस्तेमाल करना हमारी ज़रूरत बन गया है और इसके निगेटिव प्रभावों को तो हम सभी जानते हैं।
आंखों में तनाव के अलावा इनसे सरदर्द, कमरदर्द, कंधों का दर्द और गर्दन में दर्द होना बहुत ही आम बात है। ऐसी स्थितियों में हम क्या कर के अपने आपको इसके निगेटिव प्रभावों से बचा सकते हैं। कम्यूटर का इस्तेमाल करते हुए कुछ सावधानियां बरतकर और कुछ तरीके अपनाकर हम अपने आपको कम्प्यूटर के निगेटिव प्रभावों से बचा सकते हैं। कुछ टिप्स जिन्हें इस्तेमाल करने में बस कुछ मिनट लगते हैं।
  •  कम से कम 8 ग्लास पानी पीयें। पानी का सब्सटिट्यूट काफी ,चाय या साफ्ट ड्रिंक्स नहीं हो सकते।
  • लगातार मानीटर के सामने ना बैठें बल्कि हर 30 से 40 मिनट पर ब्रेक लेते रहें। ऐसा करने से ना केवल आपकी आंखों को आराम मिलेगा बल्कि आपके पैरों में भी सर्कुलेशन ठीक रहता है।
  •  खिड़की के बाहर की प्राकृतिक हरी या नीली वस्तुओं को देखने की कोशिश करें। हरी या नीली वस्तुएं आंखों को आराम देती हैं। पलकों को जितना हो सके झपकाने की कोशिश करें।
  • अपने हाथों की मदद से अपनी आंखों को समय समय पर ढकने की कोशिश करें। आंखों पा ठंडे पानी के छींटे मारें ऐसा करनेे से भी आपकी आंखों को आराम मिलेगा।
  • अगर आप चश्मे का इस्तेमाल करते हैं तो दिन में एक बार चश्मे को धो लें। जिससे कि आपके चश्में में छिपे धूल के कण निकल जायें।
  • कंधों को आराम देने की कोशिश करें। काम के बीच बीच में अपने कुधों को 10 सेकण्ड के लिए घुमाएं। अपने सर को भी 5 सेकण्ड के लिए आगे पीछे और दायें बायें घुमाएं। हाथों के साथ भी ऐसा ही करें ा इससे आपके शरीर में रक्त का संचार ठीक रहेगा।
  • स्वीमिंग करने ,दौड़ने जैसे व्यायाम में हिस्सा लेने की कोशिश करें और हर रोज़ व्यायाम को अपनी आदत में शामिल कर लें।
  • कंप्यूटर पर काम करने वालों को लगातार बैठकर बहुत समय बिताना पड़ता है इसलिए उन्हें पाचन क्रीया से सम्बन्धित बीमारियां भी होने का खतरा रहता है इसलिए ऐसे लोगों को हल्का खाना खाना चाहिए।
  • सुबह उठकर खिड़की के सामने खड़े होकर 5 से 10 बार लम्बी सांसे ले और आप कुछ योगासन भी कर सकते हैं।

0 comments:

Post a Comment